विभाग की स्थापना
आज शिक्षण संस्थाओं की जो शिक्षा प्रणाली है उसे विद्यार्थी मात्र रोजगार प्राप्त करने के साधन के रूप् में देखने लगे हैं, जिसके कारण मानव समाज उस शिक्षा से वंचित होता जा रहा है जिसका उद्देश्य मानव को संतुलित जीवन जीने की कला सिखाना है। जीवन के लिए जितनी आवश्यकता भौतिक समृद्धि की है उतनी ही आवश्यकता नैतिक आध्यात्मिक समृद्धि की भी है। इसीको ध्यान में रखते हुए अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय में सन् 2004 में अद्वैत वेदान्त दर्शन विभाग (वर्तमान मे दर्शन विभाग) की स्थापना की गई। स्थापना के समय से ही एक प्राध्यापक की नियुक्ति की जाकर एम.ए. दर्शनशास्त्र का आध्यापन तथा शोध कार्य प्रारम्भ किया गया। इसके पश्चात् 2019-20 सत्र से स्ववित्तीय पाठ्यक्रम के रूप् में बी.ए. (ऑनर्स) दर्शनशास्त्र पाठ्यक्रम प्रारम्भ किया गया है। यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि विभाग द्वारा विश्वविद्यालय में स्थापित प्रतिष्ठित भाषण मालाओं में स्व. रानी कष्णा कुमारी देवी स्मृति भाषणमाला, स्वामी श्री विष्णु तीर्थ स्मृति वेदान्त व्याख्यानमाला तथा कुॅंवर अर्जुन सिंह व्याख्यानमाला का आयोजन विगत कई वर्षों से सफलतापूर्वक किया जा रहा है।
विभाग के अन्तर्गत संचालित पाठ्यक्रम
- बी. ए. (ऑनर्स) दर्शनशास्त्र
- एम. ए. दर्शनशास्त्र
- पी-एच. डी. (दर्शनशास्त्र)